झांसी, फरवरी 17 -- झांसी (मऊरानीपुर), संवाददाता अखिल विश्व गायत्री परिवार के बैनर तले 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ के तीसरे दिन आस्था उमड़ पड़ी। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार की टोली के कथा व्यास सूरत सिंह अमृते के सानिध्य मे यज्ञ हुआ। विद्यारंभ, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन एवं गायत्री महामंत्र से गुरू दीक्षा संस्कार किया गया। तीन जोड़ों का विवाह दिन संस्कार बड़े कराया गया। दोपहर कथा में बताया कि मनुष्य के जीवन में दुख-सुख का कारण उसकी अपनी सोच होती है। उसके अपने विचार होते हैं। संत इमर्शन कहते हैं मनुष्य की एक मुट्ठी में स्वर्ग है और एक मुट्ठी में नर्क है। अगर वह पॉजिटिव सोचता है तो उसका घर स्वर्ग बन जाता है । उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा हैं दुनिया में भगवान और देवियां कहीं नहीं है हमारा दृष्टिकोण अच्छा है तो दुनिया ...