बागपत, जुलाई 11 -- नेहरू रोड स्थित श्री 1008 पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर प्रांगण में श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का समापन हुआ। अंतिम दिन श्रद्धालुओं द्वारा सिद्ध भगवान को 1024 अघ्र्य समर्पित किए गए। इस दौरान श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। भक्तों ने भक्तिभाव से भगवान के गुणों की पूजा कर उन्हें अपने जीवन में अंगीकार करने का संकल्प लिया। विधान का निर्देशन विधानाचार्य संदीप जैन, सह विधानाचार्य नेमचंद जैन, सतीश जैन ने किया। सर्वप्रथम मंदिर के मूल नायक भगवान श्री 1008 पाश्र्वनाथ का अभिषेक व शांतिधारा की गई। अंतिम दिन भगवान के 1008 नामों की आराधना की गई। पूर्वाचार्यों द्वारा 'सहस्त्रनाम' के स्तवन को सर्व सिद्धिदायक बताया गया, और इसी मान्यता के साथ श्रद्धालुओं ने प्रतिदिन इसकी आराधना करने का व्रत लिया। सतीश जैन शुभम जैन ने सुमधुर स...