गिरडीह, नवम्बर 3 -- जमुआ, प्रतिनिधि। भागवत कथा सह कार्तिक उद्यापन के मौके पर जमुआ प्रखंड अंतर्गत ग्राम श्याम सिंह नावाडीह स्थित चिंतामणि पांडेय के आवास पर सोमवार शाम बृंदावन से पधारे कथा वाचक आचार्य निलेश कृष्ण शास्त्री ने महाभारत के युद्ध के बाद कैसे राजा परीक्षित का जन्म हुआ इस प्रसंग से श्रद्धालु भक्तों को श्रवण कराया। कहा कि महाभारत की लड़ाई कौरवों और पांडवों के बीच हुई। जिसमें पांडवों की जीत हुई। राजा परीक्षित का जन्म उतरा जो अभिमन्यु की पत्नी थी उससे हुई। कौरवों के हार के बाद अश्वथामा ने ब्रह्मास्त्र से रानी उतरा के गर्भ को नष्ट करने का प्रयास किया। लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने योग माया से मृत शिशु को पुनः जीवित किया और राजा परीक्षित का जन्म हुआ। बताया कि उनका नाम राजा परीक्षित कैसे पड़ा इस पर विस्तार से बताया। कथा के माध्यम से सूर्यवं...