अमरोहा, अगस्त 1 -- क्षेत्र के ग्राम शेखुपुर झकड़ी में बाबा लालचंद महाराज द्वारा स्थापित स्वामी रामप्रसाद उदासीन समाधि ट्रस्ट के महंत एवं शिव महापुराण कथा के व्यास स्वामी राजेंद्र मुनि महाराज ने गुरुवार की कथा में कहा कि शिव महापुराण में गौतम ऋषि, जिन्हें महर्षि गौतम भी कहा जाता है, वैदिक काल के एक महान ऋषि थे। वे सप्तर्षियों में से एक थे और ऋग्वेद में उनके नाम से कई सूक्त का उल्लेख है। उनकी पत्नी का नाम अहिल्या था और उनकी कहानी पौराणिक कथाओं में प्रसिद्ध है। गौतम ऋषि एक महान तपस्वी और संयमी व्यक्ति थे। उनकी पत्नी अहिल्या, ब्रह्मा की मानस पुत्री थीं। एक बार गौतम ऋषि आश्रम से बाहर गए हुए थे और इंद्र ने गौतम ऋषि का रूप धारण कर अहिल्या के साथ छल किया। जब गौतम ऋषि वापस लौटे तो उन्होंने इंद्र को पहचान लिया और क्रोधित होकर उन्हें श्राप दिया। उन्...