मुरादाबाद, फरवरी 16 -- सिटी ऑटो रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के संरक्षक किशन लाल सिंह ने कहा है कि सिटी केंद्र के ऑटो रिक्शा के कुल 1700 लगभग परमिट हैं। पिछले 15 वर्ष से वैधानिक रूप से परमिट स्वीकृति नहीं दी गई। कांठ केंद्र के ऑटो रिक्शा और डिलारी केंद्र के ऑटो रिक्शा अवैध रूप से शहर में ही संचालित हैं। ई-रिक्शा की संख्या 20,000 है, जिनके पंजीकरण पर रोक की मांग की गई, किंतु पंजीकरण पर रोक नहीं लगी। ई-रिक्शा के पांच जोन बनाए गए हैं, किंतु लागू नहीं किए गए। संगठन के सदस्य इन सवालों को लेकर यातायात पुलिस, जिलाधिकारी, मंडलायुक्त स्तर पर फरियाद कर थक चुके हैं।

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