खगडि़या, जून 6 -- चौथम। एक प्रतिनिधि सरकार महादलितों के लिए विकास का पिटारा खोलने का दावा कर रही है, लेकिन हकीकत कुछ अलग है। आज भी कई ऐसे महादलित बाहुल्य टोला हैं, जहां आज भी विकास की गाड़ी नहीं पहुंची है। बात कर रहे हैं चौथम प्रखंड अंतर्गत तेलौंछ के वार्ड नंबर 12 में अवस्थित झिलौरिया मुसहरी टोला की। इस टोले में की आबादी करीब 500 है। जिसमें 200 से अधिक परिवार मुसहर जाति से आते हैं। इस गांव में आज तक कोई सीधी सड़क नहीं पहुंची है। आज भी यहां के लोग पगडंडी के सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं। यही नहीं इस टोले में एक भी सरकारी स्कूल और और आंगनबाड़ी केंद्र भी नहीं है। स्वास्थ्य व्यवस्था की बात करनी ही बेमानी होगी। क्योंकि सड़क के अभाव में आज भी यहां के लोगों को खटिया के सहारे अस्पताल जाना मजबूरी बनी हुई है। ऐसे में कहा तो जा सकता है कि यहां सरकार की...