किशनगंज, सितम्बर 24 -- किशनगंज। वरीय संवाददाता महानंदा नदी की त्रासदी झेलने वाला किशनगंज जिले का सर्वाधिक मुस्लिम बहुल कोचाधामन विधानसभा क्षेत्र डेढ़ दशक पहले वर्ष 2010 में अस्तित्व में आया। इस अवधि में 4 चुनावों में प्रमुखत: 3 चेहरों के बीच सियासी घमासान रहा है। वर्ष 2010 में राजद से अख्तरुल ईमान, 2014 में जदयू से मुजाहिद आलम, (उपचुनाव) फिर वर्ष 2015 में महागठबंधन (राजद-जदयू) से मुजाहिद आलम व 2020 मो. इजहार अस्फी, एमआईएम (पार्टी) ने जीत हासिल की है। सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये तीनों विधायक ने जीत के बाद दूसरे दल में शामिल हुए हैं। सबसे पहले इस विधानसभा सीट पर जीत हासिल करने वाले अख्तरूल ईमान ने भी राजद, छोड़कर जदयू में शामिल हुए थे। तत्कालीन सत्ताधारी दल जदयू ने किशनगंज लोकसभा से अख्तरूल ईमान को जदयू का टिकट दिया। चुनावी सारी प्रक्रिया के...