प्रयागराज, जनवरी 31 -- महाकुम्भ नगर वरिष्ठ संवाददाता दास धर्म पंथ के सेवा शिविर में संत त्रिलोचन दास ने कहा है कि महाकुम्भ मेला सभी भारतवासियों की आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा कि इस आस्था के संगम में संत महापुरुषों के स्नान करने से कुम्भ में स्नान करने का महत्व और बढ़ जाता है। इसी वजह से करोड़ों श्रद्धालु आस्था के महाकुम्भ में डुबकी लगाने प्रयागराज पहुंचे हैं। उन्होंने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि श्रद्धालुओं के भारी तादात में उमड़ने के कारण जो हादसा हुआ है, वह बड़ा ही दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया है, कि शांति और संवेदना के प्रतीक के रूप में एक फरवरी को होने वाले सम्मेलन को स्थगित करना सही रहेगा। उन्होंने कहा...