प्रयागराज, फरवरी 7 -- महाकुम्भ नगर वरिष्ठ संवाददाता तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुम्भ 2025 को अब तक का सबसे सुंदर, दिव्य और अविस्मरणीय बताया। उन्होंने कुम्भ के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर जोर देते हुए कहा कि यह आयोजन मानवता के लिए एक पवित्र अवसर है। उन्होंने कहा कि लोग चाहे जितनी भी आलोचना करें, लेकिन मैंने इस कुम्भ में साक्षात 'अमृतयोग' का अनुभव किया है। त्रिवेणी संगम के जन में जो अमरत्व और आध्यात्मिक शक्ति समाई है, वो कहीं और नहीं। वो 1977 से लगातार यहां आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज तक इतने सुंदर आयोजन कभी नहीं हुए।

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