प्रयागराज, मई 26 -- प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। महाकुम्भ 2025 के दौरान विभागों ने प्रदेश सरकार से बिना अनुमान ही बजट की मांग की। इस महा आयोजन को भव्य बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने भी खजाना खोल दिया और मुंहमांगा बजट जारी किया। मेले के बाद जब यहां हुए निर्माण कार्य की वास्तविक लागत का सत्यापन हुआ तो लगभग 1200 करोड़ रुपये का अतिरेक विभागों के खाते में पाया गया। जिसे सरकार को वापस कर दिया गया। यह राशि आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए दिए गए 4700 करोड़ रुपये का लगभग 20 फीसदी है। महाकुम्भ 2025 के लिए तमाम निर्माण कार्य हुए। जिले में 15 नए आरओबी व आरयूबी का निर्माण हुआ, जबकि 400 से अधिक सड़कों का निर्माण कराया गया था। प्रयागराज मेला प्राधिकरण के गेस्ट हाउस, घाट आदि का निर्माण कराया गया था। प्रतिशत के हिसाब से सर्वाधिक हिस्सा प्रयागराज मेला प्राध...