वरिष्ठ संवाददाता, फरवरी 2 -- महाकुंभ 2025 का तीसरा और आखिरी अमृत स्नान सोमवार को संगम तट पर होगा। इस स्नान पर्व के लिए अखाड़ों ने रविवार को पूरे दिन तैयारी की। महामंडलेश्वरों के रथ बाहर निकाले गए और उन्हें सफाई कराकर तैयार किया गया। वहीं अखाड़ों के संतों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि पूरा प्रयागराज ही त्रिवेणी क्षेत्र हैं इसलिए जहां घाट मिले वहीं स्नान कर लें। संगम क्षेत्र के अखाड़ा मार्ग पर पहुंचते ही रविवार को दृश्य एकदम अलग दिखाई दिया। महानिर्वाणी अखाड़ा हो या निरंजनी और जूना अखाड़ा सभी के बाहर ट्रैक्टर खड़े थे। चांदी के हौदे बाहर रखे थे। महामंडलेश्वरों से बात कर उनके स्नान का क्रम तय किया जा रहा था। रात दो बजे अखाड़ों में स्नान की तैयारी शुरू हो गई। सबसे पहले स्नान कर नागा संन्यासी धर्म ध्वजा के नीचे पहुंचे। यहां पर भस्मी स्नान किया...