संवाददाता, मार्च 2 -- महाकुंभ में बड़ी संख्या में ऐसे श्रद्धालु थे, जो दूर-दराज से संगम आकर डुबकी लगाने के साथ मजदूरी करके दो जून की रोटी भी कमा रहे थे। लेकिन परिस्थितियां कुछ ऐसी बनीं कि पिछले कई दिनों से अस्पताल में लावारिस भर्ती हैं। इसमें कुछ मरीज तो अपना नाम पता बता लेते हैं लेकिन कुछ की पहचान बेड नंबर बन गई है। एसआरएन अस्पताल के वार्ड में उनकी निगाहें अपनों को खोज रहीं हैं। मरीजों को भी उम्मीद है कि किसी दिन ठीक होकर अपने घर जाएंगे लेकिन अभी कोई उनका वारिस नहीं आया। बर्न यूनिट में भर्ती 30 वर्षीय सतना के रहने वाले बल्लू ने बताया कि महाकुम्भ में स्नान व काम के सिलसिले में आया था। एक दिन मेले में अलाव तापते समय गिर जाने से जल गया। हालांकि स्थिति अभी सामान्य है। बल्लू केवल अपना पता ही बता पाते हैं। भर्ती अन्य मरीजों का कहना है कि बल्लू...