नई दिल्ली, फरवरी 26 -- महाकुंभ के समापन पर भारतीय वायुसेना ने संगम में डुबकी लगा रहे लाखों श्रद्धालुओं को रोमाांचक अंदाज में महासलामी दी। महाशिवरात्रि के दिन दोपहर लगभग 1.30 बजे संगम के आसमान पर विमानों की आवाज सुनकर श्रद्धालु चौंक गए। आकाश में सुनाई पड़ने वाली आवाज सामान्य विमान या श्रद्धालुओं पर फूल बरसाने वाले हेलीकॉप्टर की नहीं थी। गर्जना सुनने के बाद श्रद्धालुओं ने आसमान की ओर देखा तो उनकी नजर नीचे नहीं उतरी। आसमान में गर्जना किसी और की नहीं, बल्कि भारतीय वायुसेना की अग्रिम पंक्ति का लड़ाकू विमान सुखोई-30 की थी। वायुसेना के मोटिवेशनल फ्लाई पास्ट का नेतृत्व कर रहे सुखोई-30 की आवाज ने श्रद्धुालुओं को आसमान की ओर आकर्षित किया। अद्भुत कलाबाजी करते हुए तीन सुखोई विमानों ने आसमान में धुएं से त्रिशूल बनाया तो संगम क्षेत्र तालियों की गड़गड़ा...