नई दिल्ली, फरवरी 21 -- नई दिल्ली, कार्यालय संवाददाता। मूट कोर्ट प्रतियोगिताएं महत्वाकांक्षी वकीलों को उनके पेशेवर करियर के लिए तैयार करती हैं। इनके जरिये कानून लेखन का कौशल बढ़ता है, जो मसौदा तैयार करने और वकालत के लिए महत्वपूर्ण साबित होता है। अदालत में आक्रामकता नहीं दिखानी चाहिए और दलीलें पेश करते समय संयमित लहजे से वकालत करनी चाहिए। ईमानदारी, साहस, उद्योग, बुद्धिमता, वाकपटुता, संगति और चातुर्य वकालत के सात दीप हैं, जो एक सफल वकील के लिए आवश्यक गुण होते हैं। उक्त बातें न्यायमूर्ति केवी विश्वनाथन ने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस ला सेंटर में 21वीं केके लूथरा मेमोरियल मूट कोर्ट प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह के दौरान कहीं। उन्होंने कानून को एक बहुआयामी और निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र बताया और छात्रों से आग्रह किया कि वे खुद को कानून के...