प्रयागराज, दिसम्बर 26 -- प्रयागराज। स्वयं सहायता समूहों की संख्या 25 हजार से अधिक है। प्रत्येक समूह में 20 महिलाओं को शामिल किया गया है। बीते कुछ वर्षों में महिलाओं को जो काम दिया गया, उसे बहुत ही बेहतर तरीके से किया गया है। इसीलिए बिजली, बैंक सखी के साथ ही इन्हें सूखे राशन देने की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद शौचालयों की और मनरेगा में मेठ की जिम्मेदारी दी गई। एनआरएलएम के उपायुक्त का कहना है कि कृषि सखी के रूप में भी महिलाओं ने बेहतरीन काम किया है। इसके लिए विभाग से बात हो गई है। ऐसे में उन्हें और बेहतर करने का मौका दिया जा रहा है।

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