कौशाम्बी, मार्च 19 -- संदीपन घाट थाने के महगांव में हिस्ट्रीशीटर की हत्या के दूसरे दिन सन्नाटा पसरा रहा। पुलिस जवानों के आने-जाने पर ही यह सन्नाटा टूट रहा था। वहीं मृतक सैफी के घर से मंगलवार को भी रोने की आवाजें आती रहीं। आरोपियों के घरों पर पुलिस का कड़ा पहरा लगाया गया है। महगांव निवासी मो.अरशद उर्फ सैफी (35) पुत्र स्व.मोहम्मद अली उर्फ बन्ने मुंबई में रहकर सिलाई का काम करता था। पखवाड़े भर पहले ही वह गांव आया था। सोमवार सुबह सैफी के दोस्त अनिल रैदास का पड़ोसी शंकर लाल मौर्य से सरकारी हैंडपंप में सबमर्सिबल डालने को लेकर विवाद हो गया था। विवाद की जानकारी मिलने के बाद सैफी भी मौके पर पहुंच गया। सैफी अपने दोस्त अनिल रैदास की तरफ से बोलने लगा। सैफी के बोलने पर प्रदीप कुशवाहा अपने दर्जन भर परिजनों के साथ मिलकर रॉड और लाठी-डंडे से उसपर हमला कर दिय...