मिर्जापुर, मई 13 -- मिर्जापुर, संवाददाता। पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल और शीर्ष प्रबंधन व विद्युत करी संघर्ष समिति के मध्य सोमवार को लखनऊ में चली लंबी वार्ता के दौरान संघर्ष समिति ने एक घंटे से भी अधिक समय तक पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन (पीपीटी ) निजीकरण के मसले पर बताया कि आगरा, ग्रेटर नोएडा और उड़ीसा में पूरी तरफ विफल हो चुका है। निजीकरण के इस विफल प्रयोग को उप्र की गरीब जनता पर न थोपा जाए। संघर्ष समिति के संयोजक इंजीनियर दीपक सिंह ने बताया संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने पूर्व वित्त मंत्री के साथ हुए समझौते के मुताबिक निजीकरण नहीं बिजली कर्मचारियों को विश्वास में लेकर सुधार कार्यक्रम चलाने की मांग उठाई। संघर्ष समिति ने मंहे बिजली खरीद करार,सरकारी विभागों के बकाया राजस्व को निगम के घाटे के लिए मुख्यरूप से दोषि ठहराया। उत्पीड़नात्म...