नई दिल्ली, अगस्त 13 -- विशेषज्ञों का कहना है कि महंगाई दर में गिरावट आने से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को आगे चलकर रेपो रेट यानी कर्ज पर ब्याज दरें कम करने में मदद मिलेगी। उनका मानना है कि अगर महंगाई दर आरबीआई के अनुमान से भी कम रहती है, तो केंद्रीय बैंक भविष्य में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। इससे बाजार में सस्ती दर पर कर्ज मिलने पर मांग बढ़ने की उम्मीद है। साथ ही ईएमआई भी कम होने की उम्मीद बढ़ गई है।आरबीआई ने घटाया महंगाई का अनुमान आरबीआई ने हाल ही में पूरे साल की महंगाई दर का अनुमान घटाकर 3.1% कर दिया है, जो पहले 3.7% था। आरबीआई को उम्मीद है कि चालू वित्तीय वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में औसत महंगाई महज 2.1% रहेगी। तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में यह 3.1% और चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में 4.4% रहने का अनुमान है।खाने-पीने की च...