रामपुर, जुलाई 7 -- दसवें मुहर्रम मोहल्ला अंगूरी बाग की मस्जिद खतीबे आजम में 106 साला कदीमी जिक्रे शहादत का अजीमुश्शान जलसा मुनअकिद हुआ। जलसे की इबतिदा कारी अब्दुल करीम खां फुरकानी और कारी मुहम्मद मामून फुरकानी की तिलावते कुरआने अजीम से हुई। मौलवी मुहम्मद मआसिर उल्लाह खां वजीही ने शहादत का मफहूम समझाते हूऐ फरमाया कि शहीद की वफात असल में वफ़ात नही होती बलकि महबूब की महबूब से मुलाकात होती है। मुफ्ती मौलवी मआरिफ उल्लाह खां वजीही ने फरमाया कि मुहर्रमुलहराम का महीना हमारे दिलों में हजरते इमामे हूसैन की याद और उनकी कुर्बानी को ताजा कर देता है। मौलवी इतेसाम उल्लाह खां वजीही ने फरमाया कि तारिखे इस्लाम में ख़ुलाफा-ए-राशिदीन के दौर के बाद उम्मते मुस्लिमा पर सियासी व समाजी और जज्बाती असर अगर किसी वाक्ये ने डाला तो वह वाक्या ए करबला है। मौलवी अब्दुल वहा...