छपरा, सितम्बर 28 -- दाउदपुर(मांझी)। मांझी प्रखंड के आदर्श ग्राम बरेजा की सुनीता प्रसाद आज नारी सशक्तिकरण की एक जीवंत मिसाल बन चुकी हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने मेहनत और नवाचार से न केवल खुद को आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि हजारों लोगों को भी स्वावलंबन की राह दिखाई है। मैट्रिक पास सत्येंद्र प्रसाद की पत्नी सुनीता ने वर्ष 2010 में मशरूम की खेती शुरू की थी। शुरुआती दो वर्षों में उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा, लेकिन हार न मानते हुए उन्होंने अपनी मेहनत जारी रखी। धीरे-धीरे उनकी मशरूम की खेती सफल हुई और यह उनकी पहचान बन गई। इसके बाद 2014 में उन्होंने सीमित जगह पर खेती की ।नई पहल वर्टिकल फार्मिंग की शुरुआत की, जो आज काफी लोकप्रिय है। वर्तमान में उनके घर की छत पर पाइप के माध्यम से विभिन्न सब्जियां और फल उगाए जा रहे हैं। सुनीता अब तक करीब छह हज...
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