जमुई, दिसम्बर 26 -- बरहट । निज संवाददाता सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर और समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की लाख बात जिला प्रशासन करे किन्तु जमीनी स्तर पर ऐसा नहीं दिखता। इसे सरकारी व्यवस्था की मार कहें या कर्मियों की संवेदनहीनता। इसका जीता-जागता उदाहरण शुक्रवार को अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र मलयपुर में फिर देखने को मिला जहां शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे तक कई मरीज इलाज की उम्मीद लेकर अस्पताल पहुंचे लेकिन पूरा अस्पताल ही बंद पड़ा मिला। ओपीडी कक्ष, पंजीयन काउंटर और बगल में स्थित प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक का कार्यालय में ताले लटके थे। अस्पताल परिसर में केवल एक एनएम प्रमिला कुमारी ही मौजूद पाई गईं।थोड़े देर के बाद डाटा ऑपरेटर अविनाश कुमार अस्पताल पहुंचे और ओपीडी खोलकर टेबल की साफ-सफाई में जुट गए। करीब पांच मिनट बाद जीएनएम संध्या सिंह औ...