बागपत, जुलाई 5 -- मलकपुर मिल सालों से बकाया गन्ना मुल्य का समय पर भुगतान नहीं करता। इस बात को लेकर किसानों में उसके प्रति नाराजगी बढ़ती जा रही है। किसान दूसरे मिलों के क्रय क्रेन्द्र अपने गांव में लगवाने का प्रयास कर रहे है। गत वर्ष भी किसानों ने मलकपुर मिल के आठ सेंटर को कटवाकर अन्य मिलों के सेंटर अपने गांव में लगा लिए थे। बागपत जनपद में तीन चीनी मिले है, जिनमें बागपत और रमाला सहकारी मिल शामिल है। वहीं, एसबीईसी शुगर मिल मलकपुर प्राईवेट है। मलकपुर मिल वर्ष 1998 में लगी थी। उस समय मिल द्वारा समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान किया जाता था। नियम के अनुसार मिलों को 14 दिन के अंदर भुगतान करना होता है, लेकिन मलकपुर मिल पिछले कई सालों से एक साल का भुगतान रोक कर चलती है। इस बात को लेकर मिल में कई बार बड़ी-बड़ी पंचायतें हुई। मामले लखनऊ से लेकर दिल्ली तक प...