बिजनौर, सितम्बर 25 -- बिना फार्मेसिस्ट के कोई भी अस्पताल अधूरा होता है और यहां जिला अस्पताल में फार्मेसिस्ट स्वीकृत पदों के आधे से भी कम हैं। कमी के चलते यहां फार्मेसिस्टों को दोगुना काम करना पड़ रहा है। आलम यह है, कि अगर प्रशिक्षु फार्मेसिस्ट न हों तो यहां पर चार काउंटरों पर दवाई बांटने के लिए भी लाले पड़ जाए। मेडिकल कालेज से सम्बद्ध जिला अस्पताल में प्रभारी अधिकारी फार्मेसी का पद रिक्त पड़ा है। चीफ फार्मेसिस्ट के 6 पदों के सापेक्ष 3 ही पद भरे हुए हैं। इसके अलावा 3 फार्मेसिस्टों के पद के सापेक्ष दो ही कार्यरत हैं तथा रक्तकोष फार्मेसिस्ट का पद भी खाली है। इस प्रकार फार्मेसिस्ट संवर्ग के कुल 11 पदों के सापेक्ष मात्र 5 ही फार्मेसिस्ट कार्यरत है। डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष राजेश कुमार रवि के मुताबिक फार्मेसिस्ट तो यहां मरीजों क...