गंगापार, जुलाई 30 -- तीन दशक पहले मेजारोड बाजार के पटेल नगर चौराहे के पास बाईपास रोड पर निर्मित बीस दुकाने मरम्मत व रख रखाव न होने से ढहने के कगार पर पहुंच गई हैं। पांच दिन पहले तेज हवा के साथ हुई बारिश से हनुमान प्रसाद व गुलाब चन्द्र के कमरे की दिवार गिर गई, जर्जर दुकानें किसी भी समय बैठ सकती हैं। बंधवा गांव के दलित बस्ती निवासी मुखलेश ने बताया कि कांग्रेस की सरकार में वर्ष 1980 में स्पेशल कंपोनेंट योजना के तहत मेजारोड बाजार के सिरसा मार्ग पर 20 कमरे बनाए गए। उस समय प्रति कमरे की लागत दस हजार रुपये थी, जिसमें पांच हजार रुपये सरकार व पांच हजार दुकान लेने वालों देना पड़ा था, निर्माण के बाद इन कमरों की मरम्मत कोई नहीं करा पाया। पुराने ढर्रे पर निर्मित कमरों की हालत दयनीय हो चुकी है। जो किसी भी समय ढह सकता है। तेज बारिश होने पर कमरों में बरसा...
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