मुरादाबाद, अक्टूबर 12 -- जाकिर ए अहलेबेत मुहम्मद सालिम नकवी की याद में नूरानी महफ़िल का आयोजन हुआ, जिसमें उलेमाओं ने कहा कि अहलेबेत की मुहब्बत मे मरने वाला शहीद होता है तथा शायरों ने कलाम पेश किए। नगर के मुहल्ला सादात स्थित एजाज हाशिम नकवी के आजाखाने पर नूरानी महफ़िल का अगाज कुरान ए पाक की तिलावत से हुआ तथा मौलाना अफ़ाक आलम जेदी ने कहा कि रसूले करीम और अहलेबेत की मुहब्बत की जन्नत की कुंजी है और रसूले करीम ने फरमाया है कि जो रसूले करीम और अहलेबेत की मुहब्बत मे मरता है वह शहीद होता है और उनका हरगिज मुर्दा न समझना वह अल्लाह की जानिब से रिज्क पाते है, मौलाना नय्यर रज़ा नकवी ने कहा कि रसूले करीम और अहलेबेत् हमारे लिए नमूनाए अमल है हमें अपना अमल और किरदार दुनियां के सामने ऐसा पेश करना चाहिए कि लोग खुद कहे यह रसूले करीम और अहले बेत का चाहने वाला है ...