शामली, जून 1 -- चौसाना जदीद में रकबे मे स्थित मरघट (बच्चा दफनाने का शमशान) की आरक्षित भूमि पर गांवों की निकासी का पानी जमा होने के कारण ग्रामीण मृत शिशु (बच्चों) के शरीर का अपनी अपनी भूमि मे अन्तिम संस्कार करते है। जिससे ग्रामीणों को भारी समस्या से जूझना पडता है। आरोप है कि वर्षाे से मरघट को मुक्त कराकर पानी निकासी की मांग कर रहे है लेकिन दों गावों की सीमा होने के कारण अधिकारी नाला निर्माण नही करा रहें। ग्रामीणो ने विरोध करते हुये समाधान की मांग की है। चौसाना विशत आहत व चौसाना जदीद दो अलग अलग ग्राम पंचायतें है। चौसाना जदीद के रकबे में खसरा संख्या 1151 पडता है। जो मरघट की भूमि के लिये आरक्षित है। जिस पर दोनो गावों का गंदा पानी तालाब मे जाने से पूर्व ही जमा हो जाता है। जिस कारण लोगो को मृत बच्चो को दफनाने मे भारी समस्या का सामना करना पडता ह...
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