कोलकाता, अगस्त 5 -- पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस में चल रही आतंरिक कलह बढ़ती दिख रही है। इसका असर दिल्ली तक दिखा है और अभिषेक बनर्जी को ही संसदीय दल की पूरी कमान सौंप दी गई है। इसके अलावा एक टीम भी गठित हुई है, जो ममता के भतीजे के साथ मिलकर काम करेगी। सूत्रों का कहना है कि पार्टी में इस बात को लेकर चर्चा थी कि टीएमसी और बंगाल की छवि दिल्ली में खराब की जा रही है। उससे निपटने और पार्टी लाइन तय करने के लिए एक सीनियर नेता की जरूरत है, जो परिपक्व हो। इसीलिए बदलाव किए गए हैं। दिलचस्प है कि ममता बनर्जी ने यह फैसला अपनी ही स्टाइल में लिया और महज 12 मिनट की ऑनलाइन मीटिंग में तय होगा कि अब किसे क्या जिम्मा मिलेगा। इस मीटिंग में तय हुआ कि अब कल्याण बनर्जी पार्टी के चीफ विप नहीं रहेंगे। इसके...