मेरठ, जून 16 -- आर्य समाज थापर नगर में रविवार को कैसे रखें मन को प्रसन्न विषय पर गोष्ठी सत्संग आयोजित किया गया। सत्संग में विचार रखते हुए राजेश सेठी ने कहा कि परमात्मा द्वारा मानव को प्रदत्त आंतरिक साधनों में मन का प्रमुख स्थान है, क्योंकि यह ज्ञान को प्राप्त करने का और कर्म का निष्पादन करने का साधन है। उसके उपयोग के बिना हम कोई कम नहीं कर सकते, इस मन को संयमित और नियमित रखना आवश्यक यदि मन पर विवेक और वैराग्य से युक्त बुद्धि का नियंत्रण होता है जो यह आत्मा को कल्याण मार्ग पर ले जाने में सक्षम होता है। अपनी इच्छाओं को नियंत्रित करके और ईर्ष्या और द्वेष के भावों को दूर रखें, हम मन को पसंद रख सकते हैं जीवन में जो भी हमारे पुरुषार्थ से प्राप्त हुआ है उस पर संतोष करके और अनावश्यक कामनाओं से बचकर हम मन को सुखी रख सकते हैं। यदि मन प्रसन्न होता ह...