शामली, मई 1 -- श्री बाला जी धाम मे अक्षय तृतिया पर आयोजित सत्संग में काशी से आये आचार्य रामानुज शास्त्री ने कहा अपनी उपलब्धियों और प्राप्तियों पर प्रसन्न रहो और किसी के साथ अकारण तुलना करके उनके होने के आनंद को कम मत करो। दुनिया में बहुत लोगों के पास वो भी नहीं है, जो तुम्हारे पास है। बहुत लोभ से बचो यह आपको बहुत पापों से बचा लेगा।जो चिन्ता से मुक्त कर चिन्तन दें और विषाद से प्रसाद तक, निराशा से उल्लास तक पहुँचायें वही हमारे अपने हैं। हर पत्थर की तकदीर बदल सकती है। पर शर्त उसे सलीके से संवारा जाये परिस्थितियों के साथ जूझने के वजाय अपनी मनस्थिति के साथ सूझने व बूझने का प्रयास करो फिर आपको अपने आप लगने लगेगा कि वाकई परिस्थिति इतनी भी प्रतिकूल नहीं जितना कि मैंने उसे बनाया था परिस्थिति को नहीं मनस्थिति को सुधारने का प्रयास करे परिवेश का हमार...