बलिया, जुलाई 21 -- लालगंज। स्वामी हरिहरानन्द महाराज ने कहा कि कलियुग में यज्ञ, तप, ध्यान के अपेक्षा भगवान के नाम का संकीर्तन मोक्ष प्राप्ति के लिए प्रभावी और सरल मार्ग है। महाराज सोमवार को मुरारपट्टी बगीचे में पूर्व प्रधान किशुन यादव के यहां आयोजित 24 घंटे अखंड हरिनाम संकीर्तन के दौरान उपस्थिति भक्तों को बताया कि भगवान का नाम जपने से मन की चंचलता शांत होती है, विकार दूर होते हैं और व्यक्ति भीतर से शुद्ध होता है l संकीर्तन सामूहिक रूप से किया जाता है, जिससे सामूहिक ऊर्जा उत्पन्न होती है और सकारात्मक वातावरण बनता है। नाम जप और संकीर्तन ईश्वर से जुड़ने का प्रत्यक्ष और प्रभावशाली माध्यम है। भगवान के नाम की महिमा इतनी है कि इसके जप से मानसिक पीड़ा, भय, चिंता और रोगों तक में राहत के साथ मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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