प्रयागराज, नवम्बर 13 -- प्रयागराज। शादी के चार साल बाद बड़ी मन्नतों के बाद चक सैनी सिराथू की रूमा देवी ने बेटे को जन्म दिया था। परिवार में खुशी छा गयी थी। उसी दिन उसकी तबीयत बिगड़ी तो परिजनों ने डफरिन अस्पताल में 10 सितंबर को भर्ती कराया। हालत और गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उसे चिल्ड्रेन अस्पताल रेफर कर दिया। परिजन उसे लेकर चिल्ड्रेन अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां पर वेंटिलेटर खाली नहीं था। दो घंटे तक इंतजार करने के बाद जब वेंटिलेटर खाली हुआ तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। रूमा के मुताबिक, बस यही सोचती हूं कि यदि डफरिन अस्पताल में वेंटिलेटर की सुविधा होती तो मेरे जिगर का टुकड़ा आज मेरी गोद में होता...। इसके पहले 12 जुलाई को राजरूपपुर की सरिता ने अप्रैल में बेटी को जन्म दिया। बच्ची को डफरिन में इलाज के लिए परिजन ले गए लेकिन बताया गया कि वेंटिलेटर की स...