शामली, जुलाई 2 -- नगर के मोहल्ला चौधरण पट्टी में सुन्दर काण्ड पाठ करते हुए कथा व्यास राज राजेश्वर महाराज ने कहा सुंदरकांड, रामचरितमानस का पंचम सोपान है, जो हनुमान जी की महिमा और वीरता का वर्णन करता है। इसका पाठ से बजरंगबली की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों के सभी दुख दूर होते हैं। सुंदरकांड में हनुमान जी की बुद्धि और बल से सीता जी की खोज का दिव्य वर्णन है, जिससे यह हनुमान जी की सफलता का प्रतीक माना जाता है। सुंदरकांड करने से मानव की अनेक मनोकामनाओं की पूर्ति, कठिन कार्यों में सफलता, भय और नकारात्मकता का नाश आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति में वृद्धि ,गृह क्लेश का निवारण और पारिवारिक खुशहाली, सकारात्मक ऊर्जा का संचार एवं संकटों और परेशानियों से मुक्ति प्राप्त होती है।सुन्दर काण्ड को केवल पढ़ना नहीं बल्कि उसको जीवन में व्यवहार में उतारो। सुन्दर क...