वाराणसी, मई 18 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। देश में ऐसा वातावरण बनाया जा रहा कि मनुस्मृति बहुत खराब पुस्तक है। इतनी खराब कि संसार की सभी समस्याएं इसी के कारण उत्पन्न हो गई हैं। यह भी कहा जाता है कि डॉ. आम्बेडकर ने मनुस्मृति जलाकर उसकी जगह नया संविधान बना दिया इसीलिए कुछ राहत है। उक्त उद्गार ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने केदार घाट स्थित श्रीविद्यामठ में चल रही मनुस्मृति व्याख्यानमाला में रविवार को व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि जिस मनुस्मृति से लोक-परलोक दोनों सुधर रहे हैं। जिस मनुस्मृति ने हमको पशुता से उठाकर मानव बनाया उसके बारे में ऐसा दुष्प्रचार वही कर सकता है जो हमें नष्ट करना चाहता हो। जो हमारा शत्रु हो। जो विधर्मी हैं उन्हीं के द्वारा सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए यह षड्यंत्र किया गया है। उ...