मेरठ, जुलाई 21 -- मेरठ। थापर नगर आर्य समाज में रविवार को बंधनों से मुक्ति कैसे विषय पर सत्संग और गोष्ठी का आयोजन किया गया। आचार्य सत्य प्रकाश शास्त्री ने देवयज्ञ कराया। यजमान विमल मरवाह रहे। सत्संग करते हुए राजेश सेठी ने कहा कि मनुष्य जन्म लेते ही मृत्यु के बंधन में बंध जाता है और इस बंधन से मुक्ति चाहता है, इसके लिए आवश्यक है कि हमारा जन्म ही ना हो क्योंकि यदि जन्म है तो मृत्यु निश्चित है। समस्त जीवन मनुष्य अपने शुभ अशुभ कर्मों के आधार पर परमपिता परमात्मा की व्यवस्था में तीन प्रकार के पाशों में बंध जाता है। पहले बंधन जो हमारी ज्ञानेंद्रियों को बांध देता है, इसका कारण हमारे शुभ कर्मों के अहंकार, मोह और सांसारिक सुखों के छुटने का भय होता है। नरेंद्र कालरा, करुणा सागर बाली, भानु बत्रा, शिव कुमार भसीन, विकास शर्मा, कृष्ण कुमार वर्मा, अशोक आन...