सहारनपुर, जुलाई 14 -- देवबंद। सिद्धपीठ श्री मंकेश्वर महादेव मंदिर में चल रही शिव महापुराण कथा में पांचवे दिन कथाव्यास चित्रा शुक्ला दीदी ने भगवान गणेश जी और कार्तिकेय के जन्म और उनके विवाह का वर्णन किया। इस दौरान कथाव्यास ने मनुष्य से अपनी वाणी मधुर रखने का आह्वान किया। कथाव्यास ने चित्रा दीदी कथा में बताया कि गणेश जी का जन्म माता पार्वती ने अपने शरीर के मैल से किया था, जबकि कार्तिकेय का जन्म भगवान शिव के तेज से हुआ था। बताया कि गणेश का विवाह ऋद्धि सिद्धि और कार्तिकेय का देवसेना से हुआ था। भगवान गणेश ने माता पिता को संपूर्ण पृथ्वी मानकर उनकी तीन परिक्रमा की थी। कथाव्यास चित्रा दीदी ने बताया कि गणेशजी ने मूषक को पकडऩे के लिए अपना पाश फैंका, जिसमें वह चूहा फंस गया। जब उसे गणेश के आगे पेश किया गया तो उसने अपने जीवन की भीख मांगी। गणेश जी ने ...