मुजफ्फर नगर, मार्च 31 -- तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित हनुमद्धाम में आयोजित श्री हनुमत जयंती महोत्सव के दूसरे दिन सोमवार को आचार्य एवं वेदपाठियों के द्वारा भद्रमंडल देवता पूजन, अरणि मंथन एवं ग्रहयाग, यज्ञीय कर्म का आयोजन किया गया। मुख्य आचार्य दिवाकर वशिष्ठ ने कहा कि मनुष्य के जीवन में वेद मंत्रों का भी बहुत बड़ा महत्व है। वेद मंत्रों का पाठ सुनने मात्र से ही मनुष्य जीवन से कष्टों का हरण होता है तथा जिस कामना को लेकर हम वेद पाठ का श्रवण करते है, उसकी पूर्ति अवश्य होती है। यज्ञ संसार का श्रेष्ठतम् कर्म है। किसी भी शुभ कार्य के दौरान यज्ञ अवश्य किया जाता है। मुख्य यजमान आरके टंडन, जिया लाल गोयल, स्वदेश पाठक, शिव कुमार ने विधि-विधान से महामण्डलेश्वर स्वामी केशवानन्द सरस्वती महाराज का पूजन किया। आचार्य राजीव मिश्रा, देवेंद्र, आशीष, मोहित, किशन पां...