रांची, सितम्बर 7 -- मुरहू, प्रतिनिधि। महर्षि मेंही आश्रम शबरी कुटिया शांतिपुरी मुरहू में पन्द्रह दिनी ध्यानाभ्यास शिविर का समापन रविवार को धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम में भागलपुर के स्वामी डॉ निर्मलानंद जी महाराज ने कहा कि मनुष्य का जीवन भक्ति बिना निरर्थक है, जैसे भोजन में नमक के नहीं रहने से फीका हो जाता है। मोक्ष पाने के लिए भक्ति ही पहली सीढ़ी है। उन्होंने कहा कि माता शबरी को भक्ति का ज्ञान भगवान श्री राम ने नवधा भक्ति के माध्यम से दिया है,जो हम सभी मनुष्यों के लिए परम हितकारी है। उन्होंने कहा कि निष्कपट और दीन होकर गुरु की सेवा करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलकर ही सच्ची भक्ति करने से जीवन में सुख शांति और मोक्ष की प्राप्ति संभव है। स्वामी लक्ष्मण जी महाराज ने कहा कि सत्संग करने और अमान होकर प्रभु का गुणगान करना चाहिए। स्वामी रुपेश ज...