मुंगेर, जून 2 -- मुंगेर, एक संवाददाता। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत कराए गए पौधारोपण (विशेष रूप से सरकारी भूमि पर) की वास्तविक स्थिति पर अब गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि, मनरेगा के तहत पौधरोपण योजना शुरू होने के समय से अब तक संपूर्ण जिले में लाखों की संख्या में पौधरोपण कराया गया है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका असर नगण्य है। इस संबंध में आरोप लगाते हुए सामाजिक कार्यकर्ता संजय केसरी में कहा कि, मनरेगा के तहत वर्ष- 2020 से 2025 के बीच ही विभागीय आंकड़ों के अनुसार जिले में लगभग 7370 पौधे केवल मनरेगा के द्वारा लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न अवसरों पर अन्य विभागों के द्वारा भी बड़े पैमाने पर पौधारोपण कराए जाते रहे हैं। ऐसे में, यदि इतने बड़े पैमाने पर पौधे लगाए गए होते, तो ...
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