अयोध्या, सितम्बर 17 -- तारुन, संवाददाता। गांव में ही ग्रामीणों को रोजगार की गारंटी देने के उद्देश्य से चलाई गयी मनरेगा योजना भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गयी है। धांधली का आलम यह है की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने और जीपीएस फोटोग्राफी का भी तोड़ निकाल लिया गया है। रोजगार सेवकों और पंचायत सचिव हर महीने सैंकड़ों श्रम दिवस का घोटाला करके मलाई काट रहे हैं। ताजा मामला बीकापुर ब्लॉक की ग्राम सभा रामपुर भगन और उमरिनी पिपरी का है। रामपुर भगन में 13 सितंबर को मस्टररोल संख्या 3486 में छह महिलाओं की हाजिरी लगी है और फोटो भी लगी है, जबकि उसी दिन मस्टररोल संख्या 3485 में चार महिलाओं की हाजिरी दिखाई गयी और पांच महिलाओं की फोटो अपलोड की गयी। इनमें तीन महिलायें दोनों ही फोटो में दिख रही है। इसी दिन तीसरे मस्टररोल संख्या 3484 में तीन महिलाओं व तीन पुरुष की हाजिरी दर्ज...