महाराजगंज, मई 7 -- महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। मनरेगा में अपने परिवार व सगे संबंधियों को काम दिलाने वाले प्रधानों पर अब शिकंजा कसना शुरू हो गया है। गांवों में ऐसे मनरेगा मजदूरों का सत्यापन होगा जो प्रधान के परिवार, रिश्तेदार या सगे सबंधी होंगे। मनरेगा में प्रधान अपने परिवार व सगे संबंधियों को काम नहीं दिला सकते हैं। फिर भी कुछ प्रधान मनरेगा में काम दिलाकर लूट खसोट कर रहे हैं। इसका संज्ञान शासन ने लिया है और अब सत्यापन के साथ फोटो पत्रावली में सुरक्षित रखने का निर्देश दिया है। मनरेगा में गांव में मनरेगा जाबकार्ड धारकों को काम दिया जाता है। लेकिन कुछ प्रधानों पर अपने सगे चाचा, चाची, भाई, भाभी, पत्नी व अन्य सगे संबंधियों को भी कार्य कराने का आरोप लगता रहता है। जिले में सक्रिय जाब कार्डधारक दो लाख 44 हजार 294 है। इनमें 8316663 मानव दिवस सृजित ...