गिरडीह, मई 22 -- जमुआ, प्रतिनिधि। जमुआ प्रखंड में मनरेगा की स्थिति नाजुक है। जॉब कार्डधारी मजदूरों को न तो काम मिल रहा है और न ही मजदूरी कर चुके मजदूरों को मजदूरी। बताया जाता है कि जमुआ प्रखंड में सरकार की ओर से मनरेगा के लिए बजट आवंटन कम किए जाने से योजना के सुचारू रूप से संचालन में बाधा आ रही है। खास कर जब ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की मांग बढ़ी है तो कम बजटीय आवंटन से समय पर मजदूरी और सामग्री का भुगतान नहीं होने से योजना की प्रगति प्रभावित हुई है। बताते चलें कि जमुआ प्रखंड में करीब डेढ़ साल से आवंटन के अभाव में सामग्री और श्रम घटक में करीब 15 करोड़ 46 लाख रुपए की राशि बकाया है। वित्तीय वर्ष 24-25 में यहां श्रम घटक में 46 लाख और सामग्री घटक में 15 करोड़ बकाया है। डेढ़ साल से मनरेगा में आवंटन नहीं: बताया जाता है कि डेढ़ साल से जमुआ में...