मुजफ्फरपुर, मार्च 9 -- मुजफ्फरपुर, वरीय संवाददाता। मनरेगा में अनियमितता करने के बावजूद जिला स्तरीय अधिकारी आरोपी कर्मियों और अधिकारियों पर कार्रवाई करने से बचते हैं। इस कारण लगातार अनियमितता की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। पीड़ित स्थानीय कोर्ट से लेकर पटना हाईकोर्ट तक की दौड़ लगा रहे हैं। मनरेगा लोकपाल के पास भी शिकायतों की ढेर बढ़ती जा रही है। लेकिन अनियमितता के आरोपों की जांच या तो लटका दी जा रही है, या फिर दोषियों पर कार्रवाई के नाम पर वेतन या हाजिरी काट अधिकारी अपने कर्तव्यों की इतिश्री समझ ले रहे हैं। मनरेगा लोकपाल के कोर्ट में लंबित मामलों की बात करें तो पिछले एक साल में 40 नये मामले आए हैं। इनमें कई मामलों में कुछ कर्मियों की संलिप्तता अनियमितता करने में सामने भी आई। लोकपाल ने कार्रवाई के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित भी किया, ...