कन्नौज, अप्रैल 20 -- छिबरामऊ, संवाददाता। मनरेगा के तहत प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में कार्य करने वाले मजदूरों को दिसंबर माह से मजदूरी नहीं मिली है। विकास खंड क्षेत्र की 96 ग्राम पंचायतों में 43 ग्राम पंचायतें ऐसी है, जहां पिछले काफी समय से मनरेगा कार्य पूरी तरह ठप पड़े हैं। करीब 20 हजार से अधिक मजदूरों का करीब 2 करोड़ रुपए मजदूरी का विभाग के उपर बकाया है। मजदूरी नहीं मिलने से मजदूरों को अब घर चलाना मुश्किल हो गया है। मजदूरों का कहना है कि मनरेगा के तहत कुछ न कुछ काम तो मिल जाता है। लेकिन काम करने के बाद मजदूरी के भुगतान की कोई गारंटी नहीं रहता है। जबकि मनरेगा मजदूर मजदूरी करके ही घर चलाते हैं। उनके पास इतनी राशि नहीं होती है कि मजदूरी भुगतान नहीं होने पर भी कुछ दिन परिवार का भरण पोषण कर सकें। ऐसे में उन्हें यदि चार पांच महीनों तक मजदूरी भु...