गोंडा, अक्टूबर 17 -- गोण्डा, संवाददाता। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत विकास कार्य तो कराए जा रहे हैं, लेकिन मनरेगा से जुड़े करीब एक हजार कार्मिक आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। जिले के 16 ब्लॉकों में तैनात एपीओ, लेखा सहायक, कंप्यूटर ऑपरेटर, तकनीकी सहायक और ग्राम रोजगार सेवक (जीआरएस) को पिछले पांच से सात माह से मानदेय नहीं मिला है। मानदेय न मिलने से इनके सामने परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। दीपावली जैसे बड़े त्योहार के समय आर्थिक तंगी ने इनके घरों की खुशियों पर ग्रहण लगा दिया है। कर्मचारियों का आरोप है कि समय पर मानदेय न मिलने से बच्चों की पढ़ाई और घरेलू खर्चों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। मानदेय भुगतान के संबंध में कई बार जिला स्तरीय बैठकों और विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर आ...