बुलंदशहर, सितम्बर 17 -- बुलंदशहर। मनरेगा (महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) में श्रमिकों को रोजगार देने में बुलंदशहर ने प्रदेश भर में उड़ान भरी है। जिले को यूपी में पहला स्थान मिला है। मेरठ-सहारनपुर मंडल के जिलों में केवल बुलंदशहर ने अपना परचम लहराया है और शेष जिले निचले पायदान पर हैं। श्रमिकों को रोजगार देने में यह जनपद फिसड्डी साबित हुए हैं। 17 सितंबर तक जिले में 204 प्रतिशत श्रमिकों को रोजगार मिला है। सूबे में पहले नंबर पर बुलंदशहर, दूसरे पर बलिया व तीसरे पर चंदौली जनपद हैं। पश्चिम से केवल बुलंदशहर बाकि पूर्वांचल के जिलों ने प्रदेश में अपना परचम लहराया है। सूबे में सबसे निचले पायदान पर बागपत में 74 प्रतिशत व मुजफ्फरनगर में 102 और इसके बाद हापुड़ जिले में 107 प्रतिशत श्रमिकों को मनरेगा में रोजगार दिया गया है, जो काफी कम है। ब...