रामपुर, मार्च 28 -- क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन और बहनोई के मनरेगा में जॉब कार्ड का खुलासा भले ही अब हुआ हो लेकिन, यहां तो सालों से जॉब कार्ड में फर्जीबाड़ा सामने आता रहा है। जिसके चलते विकास कार्यों के नाम पर ग्राम पंचायतों में जमकर मनमानी हुई है। मनरेगा में नियमों को दरकिनार कर चहेतों को लाभ दिया जाता रहा है। खुद विभागीय आंकड़े इसकी पुष्टि कर रहे हैं। जी हां, रामपुर में पिछले आठ वर्ष में मनरेगा में 206 फर्जी जॉब कार्ड पकड़े गए। जिसमें 11.59 लाख रुपये की घपलेबाजी की गई थी। अधिकारियों ने इनको नोटिस जारी कर शत प्रतिशत रिकवरी हासिल की है। मनरेगा में प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में मानव दिवसों का सृजन होता है। जिनमें मजदूरों को काम दिया जाता है। मनरेगा मजदूरों को प्रतिदिन के हिसाब से 270 रुपये की दिहाड़ी मजदूरी मिलती है। मगर इस योजना में ज...