मधुबनी, जुलाई 15 -- बेनीपट्टी,निज प्रतिनिधि। मध्यमा की परीक्षा में अब रामचरितमानस एवं श्रीमद्भागवत गीता के कुछ अंशों की पढ़ाई होगी। उनकी अध्यक्षता में पाठ्यक्रम उपसमिति सदस्यों की दो दिवसीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है। संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार झा ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम वर्ग से लेकर दशम वर्ग(मध्यमा) तक प्रतीक्षानुसार प्रचलित पाठ्यक्रम का अवलोकन करते हुए समीक्षा किया गया है। पाठ्यक्रम को एनईपी-2020 एवं आधुनिक व व्यवसायिक विषयों को ध्यान में रखकर नया संशोधन एवं परिवर्तित प्रारूप तैयार करने का निर्णय लिया गया है। पाठ्यक्रम में पं.अम्बिकादत्त व्यास की प्रसिद्ध कृति शिवराजविजयम ग्रंथ को शामिल किया गया है। विषयों में दर्शन के आदिग्रंथ तर्कसंग्रह शामिल किया गया है। वहीं नैतिक शिक्षा के विकास के लिए श्रीमद...