सुपौल, जुलाई 18 -- त्रिवेणीगंज, निज संवाददाता। प्रकृति और प्रेम का पर्व मधुश्रावणी व्रत मंगलवार से शुरू हो गया है। नाग पंचमी के दिन से आरंभ होने वाला यह व्रत विशेष रूप से नवविवाहित महिलाओं द्वारा मां गौरी और भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना के साथ किया जाता है। यह 13 दिनों तक लगातार चलता है और वैवाहिक जीवन की सुख-शांति, सौभाग्य और ससुराल की समृद्धि के लिए मिथिलांचल क्षेत्र में पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। नव विवाहिता प्रतिदिन मां गौरी, भगवान शिव, नाग-नागिन, सूर्य, चंद्रमा सहित अन्य देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करेंगी। परिवार की सबसे अनुभवी महिला द्वारा व्रत के दौरान वैवाहिक जीवन की सफलता के लिए धार्मिक कथाओं का वाचन किया जाएगा। संध्या के समय व्रती महिलाएं केवल फलाहार करती हैं। परंपरा के अनुसार, नवविवाहिताएं यह व्रत अपने म...