गिरडीह, जून 3 -- पीरटांड़। सम्मेद शिखरजी पारसनाथ की धरती मधुबन में आठ रिएक्टर पैमाना भूकम्प निरोधी पंचायतन शैली का अद्भुत मंदिर का निर्माण हो रहा है। गुणायतन परिसर में निर्माणाधीन सांस्कृतिक कलाकृतियों से सुसज्जित 108 फिट ऊंचा मंदिर पूर्वी भारत का सबसे बड़ा मंदिर होगा। करोड़ों की लागत से तैयार चतुर्मुखी मंदिर में जैन धर्म के मूलनायक भगवान चन्द्रप्रभु समेत चौबीसों तीर्थंकर की प्रतिमा विराजमान की जाएगी। बताया जाता है कि जैन धर्म के चौबीस में से बीस तीर्थंकरों की निर्वाणभूमि सिद्धक्षेत्र सम्मेदशिखर पारसनाथ की पुण्य धरा पर स्थित गुणायतन परिसर में आचार्य विद्यासागर जी महाराज के पावन प्रेरणा व मुनि प्रमाण सागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से निर्माणाधीन अद्भुत कलाकृतियों के सुसज्जित चतुर्मुखी भव्य जिनालय अध्यात्म की दुनिया में अद्भुत व अलौकिक होगा।...