कानपुर, दिसम्बर 26 -- कानपुर, प्रमुख संवाददाता। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना में 15 मामलों को डीएम कोर्ट से निस्तारण हो गया। ये मामले लंबे समय से लंबित थे। ऐसे ही एक मामले में सात साल से संघर्ष कर रहीं रूपरानी को बड़ी राहत मिली। उनके इकलौते और परिवार का एकमात्र सहारा बेटे की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना योजना से उनको बड़ी आस थी। बीमा कंपनी ने केवल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लिखे 'स्मेल ऑफ अल्कोहल' के आधार पर मुआवजे से इनकार कर दिया, जबकि रक्त में न अल्कोहल की मात्रा दर्ज थी न यह साबित था कि हादसा नशे के कारण हुआ। हाईकोर्ट के निर्देश पर डीएम ने पूरे प्रकरण की सुनवाई की। जिला स्तरीय समिति के समक्ष सभी पक्ष रखे गए। वैज्ञानिक और चिकित्सीय तथ्यों के परीक्षण से स्पष्ट हुआ कि बिना ठोस प्रमाण के दावा खारिज किया गया था। अंततः रूप...